कर्मधारय समास

जिस समास में पहला पद विशेषण एवम दूसरा पद विशेष्य होता है, अथवा एक पद उपमान एवं दूसरा उपमेय होता है, उसे कर्मधारय समास कहते हैं।

इसमें भी उत्तरपद प्रधान होता है

उदाहरण :

  • पीताम्बर = पीत (पीला) है जो अम्बर
  • चन्द्रमुखी = चन्द्र के समान मुख वाली
  • सद्गुण = सद् हैं जो गुण
  • देहलता = देह रूपी लता
  • नवयुवक = नव है जो युवक
  • कमलनयन = कमल के समान नयन