तत्पुरुष समास :

जिस समास में उत्तरपद प्रधान होता है और पूर्वपद गौण होता है वह समास तत्पुरुष समास कहलाता है।

उदाहरण :

  • मतदाता = मत को देने वाला
  • जन्मजात = जन्म से उत्पन्न
  • गुणहीन = गुणों से हीन

तत्पुरुष समास के प्रकार :

  1. कर्म तत्पुरुष
  2. करण तत्पुरुष
  3. सम्प्रदान तत्पुरुष
  4. अपादान तत्पुरुष
  5. सम्बन्ध तत्पुरुष
  6. अधिकरण तत्पुरुष

1. कर्म तत्पुरुष

कर्म तत्पुरुष में ‘को’ के लोप से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • ग्रंथकार : ग्रन्थ को लिखने वाला
  • मतदाता = मत को देने वाला

2. करण तत्पुरुष

करण तत्पुरुष में  ‘से’ और ‘के द्वारा’ के लोप से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • मुँहमाँगा = मुँह से माँगा
  • गुणहीन = गुणों से हीन

3. सम्प्रदान तत्पुरुष

सम्प्रदान तत्पुरुष में  ‘के लिए’ का लोप होने से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • सत्याग्रह = सत्य के लिए आग्रह
  • युद्धभूमि = युद्ध के लिए भूमि

4. अपादान तत्पुरुष

अपादान तत्पुरुष में  ‘से’ का लोप होने से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • भयभीत = भय से भीत
  • जन्मान्ध = जन्म से अन्धा

5. सम्बन्ध तत्पुरुष

सम्बन्ध तत्पुरुष में ‘का’, ‘के’, ‘की’ आदि का लोप होने से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • प्रेमसागर = प्रेम का सागर
  • दिनचर्या = दिन की चर्या
  • भारतरत्न = भारत का रत्न

6. अधिकरण तत्पुरुष

अधिकरण तत्पुरुष में ‘में’ और ‘पर’ का लोप होने से यह समास बनता है।

उदाहरण :

  • नीतिनिपुण = नीति में निपुण
  • आत्मविश्वास = आत्मा पर विश्वास
  • घुड़सवार = घोड़े पर सवार